मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ से खबर आयी है कि पà¥à¤¯à¤¾à¤œ की थà Course- INDIAN BUSINESS PARTY-VIEWS > मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ से खबर आयी है कि पà¥à¤¯à¤¾à¤œ की थोक दर 30 पैसे पà¥à¤°à¤¤à¤¿ किलो के सà¥à¤¤à¤° पर आ गई है तथा पà¥à¤¯à¤¾à¤œ किसानों के आंसू निकाल रहा है। गठसाल पà¥à¤¯à¤¾à¤œ की कीमत 80-90 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¤¿ किलो तक पहà¥à¤‚च गयी थी और तब उपà¤à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ के आंसू निकल रहे थे। यह कैसी विडमà¥à¤¬à¤¨à¤¾ है कि कोई फसल à¤à¤• साल बहà¥à¤¤ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ मातà¥à¤°à¤¾ में होती है और दूसरे वरà¥à¤· बहà¥à¤¤ कम मातà¥à¤°à¤¾ में। आजादी के सात दशकों में à¤à¥€ हम कृषि उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ के पूरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤®à¤¾à¤¨ लगाने में असफल है। अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में कृषि का योगदान 17% है परंतॠकृषि पर 60% जनसंखà¥à¤¯à¤¾ निरà¥à¤à¤° है, शायद यही कारण है कि तकनीकी à¤à¤µà¤‚ सूचना विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के इस काल में कृषि बहà¥à¤¤ पीछे रह गई है। वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ के लिठसमृदà¥à¤§ खेती का होना आवशà¥à¤¯à¤• है अत: कृषि वरà¥à¤— इंडियन बिजनेस पारà¥à¤Ÿà¥€ के लिठà¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रण मांग है। हमारी सरकार से मांग है कि कृषि उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ का समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ हो तथा किसानों को फसल उगाने से पहले शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ किया जाà¤à¥¤ आपके सà¥à¤à¤¾à¤µ आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ हैं । PRV MENU NEXT