सिविल इंजीनियरिंग में डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ à¤à¤• 3 साल का डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤ªà¤¤à¥à¤° कोरà¥à¤¸ है। 10 वीं ककà¥à¤·à¤¾ के उतà¥à¤¤à¥€à¤°à¥à¤£ होने के बाद, छातà¥à¤° इस कोरà¥à¤¸ को करने के लिठपातà¥à¤° होते हैं। इस लेख में, आप सिविल इंजीनियरिंग पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के विवरण, पातà¥à¤°à¤¤à¤¾ मानदंड, पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾, पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®, आगे के अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨, कैरियर की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं और नौकरी पà¥à¤°à¥‹à¤«à¤¾à¤‡à¤² में डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ के बारे में पढेंगे।
About Civil Engineering Diploma
सिविल इंजीनियरिंग इंजीनियरिंग की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शाखाओं में से à¤à¤• है। यह दूसरी सबसे पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ इंजीनियरिंग शाखा है। यह à¤à¤• इंजीनियरिंग अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ है जो शारीरिक रूप से निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ और पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• वातावरण के डिजाइन, योजना, निरà¥à¤®à¤¾à¤£ और रखरखाव पर केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ है।
यह à¤à¤• बहà¥à¤¤ ही विविध कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° है, जिसमें विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ उप शाखाà¤à¤‚ शामिल हैं। बम, सड़कों, इमारतों, नहर आदि शारीरिक रूप से निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ संरचनाओं के उदाहरण हैं।
जब हम सिविल इंजीनियरिंग के बारे में सोचते हैं, तो हमारे दिमाग में आने वाली पहली चीज इमारतें हैं। लेकिन सिविल इंजीनियर केवल इमारतों के डिजाइन और निरà¥à¤®à¤¾à¤£ से अधिक करते हैं! सिविल इंजीनियरों के पास विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ उदà¥à¤¯à¥‹à¤—ों में काम करने की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ होती है जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती है। यह कोरà¥à¤¸ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ उप शाखाओं से बना है इन उप शाखाओं को à¤à¥€ विशेषजà¥à¤žà¤¤à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के रूप में माना जा सकता है। सिविल इंजीनियरिंग की कà¥à¤› à¤à¤¸à¥€ अचà¥à¤›à¥€ शाखाà¤à¤‚ हैं-
- Structural Engineering
- Transportation Engineering
- Environmental Engineering
- Sanitary Engineering
- Water Resource Engineering
- Town/City Planning Engineering
- Materials Engineering
- Construction Engineering
- Coastal Engineering
नोट: यहां तक कि अधिक उप शाखाà¤à¤‚ उपलबà¥à¤§ हैं मैंने सबसे महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ लोगों को केवल सूचीबदà¥à¤§ किया है।
à¤à¤• सिविल इंजीनियर के काम में बहà¥à¤¤ सारे डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤‚ग, सà¥à¤•à¥‡à¤šà¤¿à¤‚ग, पà¥à¤²à¤¾à¤¨à¤¿à¤‚ग, साइट काम, सामगà¥à¤°à¥€ और मानव संसाधन पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन, लागत अनà¥à¤®à¤¾à¤¨, परियोजना योजना और पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन, डेटा संगà¥à¤°à¤¹ और विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£, साइट परà¥à¤¯à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£ और वितà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन शामिल है। à¤à¤• सफल सिविल इंजीनियर बनने के लिà¤, किसी को कौशल और गà¥à¤£à¥‹à¤‚ का à¤à¤• समूह होना चाहिà¤à¥¤ वो हैं-
- Good at mathematics and numbers
- Good at drawing, planning and sketching
- Good at reading plans
- Good at surveying
- Good at cost estimation and finance management
- Good computer knowledge (especially CAD)
- Resource and man management skills
- Good communication skills
- Time management, ability to respect deadlines
- Knowledge about environmental and legal aspects
आइठअब इस पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ विवरण देखें-
Course Duration of Civil Engineering Diploma
सिविल इंजीनियरिंग में डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ à¤à¤• 3 साल लंबा कोरà¥à¤¸ है। यह सीखने की सेमेसà¥à¤Ÿà¤° पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ का पालन करता है पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• वरà¥à¤· को दो सेमेसà¥à¤Ÿà¤° में विà¤à¤¾à¤œà¤¿à¤¤ किया जाता है, जिसमें 6 महीनों की अवधि के लिठपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• सेमेसà¥à¤Ÿà¤° रहता है। कà¥à¤› संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¥€ à¤à¤•à¥€à¤•à¥ƒà¤¤ कोरà¥à¤¸ - डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ + बी.टेक सिविल इंजीनियरिंग में डिगà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर रहे हैं।
सिविल इंजीनियरिंग पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को à¤à¤¸à¥‡ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ देता है जैसे - सरà¥à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£, संसाधन पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन, योजना, लागत अनà¥à¤®à¤¾à¤¨, निरà¥à¤®à¤¾à¤£ पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी, सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन, परियोजना पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन, परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ आदि।
Eligibility Criteria of Civil Engineering Diploma
10 वीं ककà¥à¤·à¤¾ में उतà¥à¤¤à¥€à¤°à¥à¤£ हà¥à¤ छातà¥à¤° इस कोरà¥à¤¸ को करने के लिठपातà¥à¤° होते हैं। इस कोरà¥à¤¸ को 10 + 2 साइंस सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤® सà¥à¤•à¥‚लींग (गणित समूह) के बाद à¤à¥€ चलाया जा सकता है।
Admission process and Colleges of Civil Engineering Diploma
पूरे à¤à¤¾à¤°à¤¤ में कई पॉलिटेकà¥à¤¨à¤¿à¤•, तकनीकी शिकà¥à¤·à¤¾ और इंजीनियरिंग संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ इस कोरà¥à¤¸ को करा रहे हैं। जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में आमतौर पर 'सीधी पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶' पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ होती है। इचà¥à¤›à¥à¤• छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से संपरà¥à¤• करना और पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ फॉरà¥à¤® à¤à¤°à¤¨à¤¾ होगा। 10 वीं बोरà¥à¤¡ परीकà¥à¤·à¤¾ (आमतौर पर गणित और विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ विषयों में) में उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किठगठअंकों के आधार पर योगà¥à¤¯ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को सीट आवंटित की जाती है।
Syllabus of Civil Engineering Diploma
पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® संरचना के बारे में बेहतर विचार पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के लिà¤, हमें इस कोरà¥à¤¸ में मौजूद महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ विषयों की à¤à¤• सूची के माधà¥à¤¯à¤® से जाना चाहिà¤à¥¤ नोट: केवल महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ विषयों का उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया गया है।
1st semester subjects-
- Engineering Mathematics
- Engineering Physics
- Engineering Graphics/Drawing
- Computer Programming and Utilization
- Environmental Science
2nd semester subjects-
- Engineering Mathematics
- Applied Mechanics
- Building Drawing
- Applied Chemistry
- Workshop (Practical)
3rd semester subjects-
- Building Materials
- Construction Technology
- Hydraulics
- Surveying
- Structural Mechanics
4th semester subjects-
- Structural Mechanics
- Advanced Surveying
- Soil Mechanics
- Water Resource Management
- Transportation Engineering
- CAD (Computer Aided Drawing/Design)
5th semester subjects-
- Sanitary Engineering
- Water Supply Engineering
- Concrete Technology
- Cost Evaluation and Estimation
- Elective Subject
- Project Work
6th semester subjects-
- RCC Design
- Project Management
- Quality Control and Monitoring
- Elective Subjects
- Project Work
नोट: पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® और पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® संरचना à¤à¤• विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ / राजà¥à¤¯ से à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ हो सकती है हालांकि, मà¥à¤–à¥à¤¯ विषय और पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® समान रहेगा। ऊपर वरà¥à¤£à¤¿à¤¤ अधिकांश विषयों में सैदà¥à¤§à¤¾à¤‚तिक अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ और उनके साथ जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• सतà¥à¤° हैं। पिछले साल (5 वीं और 6 वीं सेमेसà¥à¤Ÿà¤°) के मामले में, परियोजना का काम मौजूद है। संकाय सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ में छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को सिविल इंजीनियरिंग के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° से संबंधित à¤à¤• परियोजना का काम करना होगा और पूरा करना होगा।
वैकलà¥à¤ªà¤¿à¤• संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¤• संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ / विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से दूसरे में à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ हो सकते हैं। कà¥à¤› पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ विषयों में- रेलवे इंजीनियरिंग, बिलà¥à¤¡à¤¿à¤‚ग सरà¥à¤µà¤¿à¤¸à¥‡à¤œ, रखरखाव और पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ इंजीनियरिंग, à¤à¥‚जल इंजीनियरिंग, वाटर जल पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन, राजमारà¥à¤— इंजीनियरिंग और सिंचाई इंजीनियरिंग।
Further studies and PG courses of Civil Engineering Diploma
सिविल इंजीनियरिंग कोरà¥à¤¸ में डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ पूरा करने के बाद, कोई सिविल इंजीनियरिंग में सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• की डिगà¥à¤°à¥€ (बी.à¤. / बी.टेक।) के लिठजा सकता है! अधिकांश डिगà¥à¤°à¥€ इंजीनियरिंग कॉलेजों में, सीटों की कà¥à¤› पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤ªà¤¤à¥à¤° धारकों के लिठआरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ हैं। इस पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ को पारà¥à¤¶à¥à¤µ पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ के रूप में जाना जाता है अचà¥à¤›à¥‡ गà¥à¤°à¥‡à¤¡ वाले डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ धारक पारà¥à¤¶à¥à¤µ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ का उपयोग कर सकते हैं और बी.ई. / बी.टेक में शामिल हो सकते हैं। सिविल इंजीनियरिंग कोरà¥à¤¸ का दूसरा शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• वरà¥à¤· (सीधे)। इस तरह, डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ धारक 'डीटीडीडी' सà¥à¤µà¤¿à¤š कर सकते हैं और बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग / टेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‰à¤œà¥€ डिगà¥à¤°à¥€ कमा सकते हैं।
इसके बाद, कोई मासà¥à¤Ÿà¤° की शिकà¥à¤·à¤¾ के लिठजा सकता है M.E./M.Tech। कोरà¥à¤¸ कंपà¥à¤¯à¥‚टर इंजिनियरिंग सेकà¥à¤Ÿà¤° में विषयों में विशेषजà¥à¤ž होगा। विशेषजà¥à¤žà¤¤à¤¾ के कà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ हैं-
- Structural Engineering
- Transportation Engineering
- Environmental Engineering
- Sanitary Engineering
- Water Resource Engineering
- Town/City Planning Engineering
- Materials Engineering
- Construction Engineering
- Coastal Engineering
- Irrigation Engineering
कà¥à¤› अनà¥à¤¯ पीजी पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® à¤à¤®à¤¬à¥€à¤, पीजी डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ कोरà¥à¤¸ और पीà¤à¤šà¤¡à¥€ कोरà¥à¤¸ उपलबà¥à¤§ हैं।
Career prospects and job opportunities of Civil Engineering Diploma
सिविल इंजीनियरिंग à¤à¤• कोर इंजीनियरिंग शाखा है यह à¤à¤• सदाबहार शाखा है इसका मतलब है कि सिविल इंजीनियरिंग पेशेवरों के सामने परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ मातà¥à¤°à¤¾ में रोजगार के अवसर उपलबà¥à¤§ हैं।
विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ और राजà¥à¤¯ सरकार के विà¤à¤¾à¤—ों में सरकारी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की नौकरियां उपलबà¥à¤§ हैं। कà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ नियोकà¥à¤¤à¤¾ हैं-
- Indian Railways
- ONGC
- DRDO
- PWD (State Wise)
- Government Housing Schemes
- Government run Ports
- Municipal Corporations (Town/Rural Planning and Development)
- Electricity Boards
- Government Mega Construction Projects (Dams, Highways, Roads, Bridges)
- Indian Armed Forces
- NHAI
- Water Boards
निजी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के लिà¤, सिविल इंजीनियरों को निरà¥à¤®à¤¾à¤£ परामरà¥à¤¶ कंपनियों, निरà¥à¤®à¤¾à¤£ और डेवलपर फरà¥à¤®à¥‹à¤‚, ठेकेदारों, à¤à¤µà¤¨ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ सामगà¥à¤°à¥€ फरà¥à¤®à¥‹à¤‚ या किसी अनà¥à¤¯ उदà¥à¤¯à¥‹à¤— में काम मिल सकता है जो निरà¥à¤®à¤¾à¤£ पर निरà¥à¤à¤° है। कà¥à¤› पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ नियोकà¥à¤¤à¤¾à¤“ं-
- DLF
- L&T Infrastructure
- TATA Realty and Infrastructure
- Reliance Infrastructure
- Hindustan Construction Company
- IRB Infrastructure
- Asset Homes
सिविल इंजीनियरिंग पेशेवरों के सामने उपलबà¥à¤§ सामानà¥à¤¯ नौकरी पà¥à¤°à¥‹à¤«à¤¾à¤‡à¤² शामिल हैं-
- Site Engineer
- Contractor
- Material/Resource Manager
- PWD Officer
- Builder
- Supervisor
- Planning Officer
- CAD specialist
- Maintenance/Restoration/Rehabilitation Engineer
इस शाखा से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ 'विदेश में काम' कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ है। खाड़ी के देशों, जहां बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ ढांचा विकास अचà¥à¤›à¤¾ गति से चल रहा है, कई रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं।
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